Jeera Paratha || how to make paratha || Jeera Paratha Recipe
नमस्कार दोस्तों, lazizrecipe.com में आप सभी का एक बार फिर से स्वागत है। आज हम जानेगें कि स्वादिष्ट जीरा पराठा (Jeera Paratha) कैसे बनाएं। जैसा कि हम सब जानतें हैं कि उत्तर भारत के राज्यों में पराठा सुबह के नाश्ते का एक आवश्यक भाग है और इसे कई तरह से बनाया जाता है। उदाहरण के तौर पर आलू पराठा, पनीर पराठा, गोभी पराठा, बथुआ पराठा, मूली पराठा, प्याज पराठा, लच्छा पराठा, जीरा पराठा, साग पराठा, दाल पराठा, पालक पराठा, मटर पराठा, पापड़ पराठा, इत्यादि कई तरह के पराठे घरों व रेस्टोरेंट में बनायें व परोसे जातें हैं।
लेकिन दोस्तों, आज हम यहाँ बात करेगें जीरा पराठे के बारे में। अत्यधिक स्वादिष्ट होने के साथ-साथ, इस पराठे की सबसे खास बात यह है कि आप इसे बिना किसी सब्जी या करी के साथ भी खा सकतें हैं तो आइये जानते हैं जीरा पराठा बनाने की विधि –
जीरा पराठा बनाने के लिए जो सामग्री आप को चाहिये वह कुछ इस प्रकार है –
सामग्री

जीरा पराठा बनाने की सामग्री | |
आटा | 2 कप |
जीरा | ½ टी स्पून |
चाट मसाला | ½ टी स्पून |
गरम मसाला | ¼ टी स्पून |
तेल | ½ कप (8 से 10 पराठें) |
लाल मिर्च पाउडर | ¼ टी स्पून |
नमक | स्वादानुसार |
जीरा पराठा बनाने की विधि
जहाँ एक ओर ये बहुत स्वादिष्ट रेसिपी है वहीं दूसरी ओर आप इसे दही, हरी चटनी, टोमेटो सॉस, या चाय के साथ भी खा सकते हैं। यदि आप डाइटिंग पर हैं या ट्रांस फैट/कोलेस्ट्रोल से परहेज करते हैं तो आप इसे रिफाइंड या ओलिव आयल से भी बना सकते हैं। Jeera Paratha आप के पेट के लिए भी बहुत फायेदेमंद है और आप इसे रात के खाने में भी ले सकते हैं।
दोस्तों, यहाँ जो सामग्री की मात्रा दी गयी है उससे आप आठ से दस पराठे बना सकते हैं और इसके लिए आप को ये स्टेप्स फॉलो करने चाहियें –
आटा बनाने व गूंथने की विधि

- एक बर्तन में दो कप आटा लें
- अब आटे में 2 चम्मच जीरा और नमक अपने स्वाद के अनुसार मिलाएं, आप जीरा की मात्रा अपनी पसंद के अनुसार कम या ज्यादा भी रख सकते हैं। यहाँ जीरा के मात्रा 1 चम्मच प्रति 1 कप आटे के हिसाब से दी गई है। नमक की मात्रा अपने स्वाद के अनुसार रखें।
- Dough को नरम बनाये रखने के लिए आटे में 1.5 से 2 चम्मच तेल मिलायें जिससे आप का गूंथा हुआ आटा मुलायम बना रहता है और पराठें भी सॉफ्ट बनते हैं।
- इन सभी सामग्री को अच्छे से मिलाने के बाद उसमे धीरे-धीरे पानी मिलाएं और इसका आटा गूंथ लें।
- इस गूंथे हुए आटे को कम से कम 10 मिनट के लिए छोड़ दें ताकि ये मुलायम और एकरस हो जाये।
पराठा बनाने का तरीका
- गूंथे हुए आटे को 10 से 30 मिनट तक रखने के बाद उससे 1.5 से 2 इंच व्यास की गोल गेंदें/लोइयाँ बना लें।
- अब इन गेंद को पटले पर गोल आकर में बेल लें और आकर बहुत बड़ा व पतला न रखें।
- बेले हुए पराठे पर तेल की एक परत लगाएं और उस पर थोडा सूखा आटा, गरम मसाला, मिर्च पाउडर (स्वादानुसार), आदि सामान रूप से छिड़क ले।
- अब इसे दो बार फोल्ड करें जिससे कि ये तिकोने आकर का हो जायेगा, हालाँकि कि आप इसे चार कोने का भी बना सकतें हैं।
- इस तिकोने/चार-कोने आकर की लोई को अब पूरी तरह से पटले पर बेल लें। और दोस्तों, दी गई सामग्री के हिसाब से इस तरह के 8 से 10 पराठे बनाये जा सकतें हैं।
- अब पराठों को सेकने की बारी है, इसके लिए एक गरम तवे पर तेल डाल कर एक-एक कर पराठों को सेकें।
- पहले एक तरफ सेकें और फिर दूसरी तरफ सेकें और दूसरी तरफ तेल अप्लाई करना न भूलें। बीच-बीच पराठे को किसी बड़े चम्मच से दबाते रहें जिससे कि यह पूरी तरह से सिक जाये।
- जब पराठे का रंग सुनहरा भूरा हो जाये तो उसे तवे से उतार ले।
- सेकने की यह प्रक्रिया सभी पराठों पर दोहराएँ।
- अब आपका जीरा पराठा परोसने के लिए तैयार है।
अब आप तैयार जीरा पराठा को चाट मसाला, हरी चटनी और दही के साथ सर्व कर सकते हैं।
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जीरा पराठे रेसिपी के लाभ

दोस्तों, जैसा कि नाम से ही स्पस्ट है जीरा पराठा (Jeera Paratha) दो मुख्य ingredients से बना है – जीरा (Cumin) और आटा (Flour/Carbohydrate).
तो यहाँ हम जानेगें कि इन घटक के क्या फायदे या नुकसान हैं –
आटा या कार्बोहायड्रेट हमारे लिए बहुत आवश्यक है क्योंकि ये हमें ऊर्जा देने का मुख्य श्रोत है।
जीरा हमारे digestive system के लिए बहुत ही लाभदायक है
यह पेट की कई समस्याओं जैसे IBS (Irritable Bowel Syndrome) आदि में काफी लाभदायक है।
प्राचीन समय से ही जीरा Diarrhea में लाभदायक माना गया है।
जीरा एक रोजमर्रा इस्तेमाल होने वाला मसाला है और दाल, सब्जी आदि में इसका प्रयोग आम बात है।
जीरा मोटे लोगों को वजन कम करेने में भी सहायक हो सकता है।
रिसर्च के मुताबिक जीरा वजन कम करने में weight कम करने वाली दवाओं के बराबर ही effective है।
इसके अलावा जीरा विटामिन A, कैल्शियम, आयरन आदि का भी अच्छा श्रोत है।
जीरें में Flavonoids नामक यौगिक पाया जाता है जो कि एक Antioxidant है।
Antioxidants अस्थिर अवयवों जिन्हें फी-रेडिकल भी कहा जाता है को neutralize करते हैं
फ्री-रेडिकल शरीर में कोशिकाओं के क्षय व कैंसर, हृदय रोग, उच्च रक्तचाप आदि के लिए जिम्मेदार हैं।
इस प्रकार जीरा फ्री-रेडिकल को neutralize कर हमारी कई प्रकार के रोगों से रक्षा करता है।
इस प्रकार हम जीरें का अपने भोजन में इस्तेमाल कर हम कई प्रकार के लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
और रोगों से भी मुक्त रह सकते हैं।
आप के अमूल्य विचार व सुझाव

दोस्तों, उमीद हैं इस पोस्ट को पढने के बाद आप सभी को जीरा पराठा (Jeera Paratha) बनाने की विधि पूरी तरह से समझ में आ गई होगी।
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